मानव पूंजी एक concept है जिसका उपयोग सामाजिक वैज्ञानिकों द्वारा production process में उपयोगी मानी जाने वाली व्यक्तिगत विशेषताओं को nominated करने के लिए किया जाता है। इसमें कर्मचारी ज्ञान, कौशल, जानकारी, अच्छा स्वास्थ्य और शिक्षा शामिल है। मानव पूंजी का व्यक्तिगत आय पर पर्याप्त प्रभाव पड़ता है
मानव पूँजी ऐसे व्यक्तियों का स्टॉक है जो अपनी शिक्षा, कौशल, आदि के साथ देश के उत्पादन प्रक्रिया में उत्पाद में योगदान करते हैं। यानी ऐसे व्यक्ति जो शिक्षित है, प्रशिक्षित है, कौशल है |
मानव पूंजी का महत्व | Importance of Human Capital
मानव पूंजी विकास के लिए एक बहुत बड़ी महत्ता होती है। यानी मानव पूंजी का जब निर्माण किया जाता है तो उसके लिए भी बेहतर मानव पूंजी की जरूरत होती है। मानव पूंजी निर्माण एक सतत लंबी प्रक्रिया है। इसके सुखद परिणाम भी दीर्घकाल में प्राप्त होते हैं।
लेकिन यहाँ परिणाम स्थायी होते हैं, इसलिए किसी भी देश के लिए मानव पूंजी निर्माण अति महत्वपूर्ण है। यानी अगर शिक्षा पर खर्च किया जा रहा है तो शिक्षा क्या है? एक लंबी प्रक्रिया है।
उसको पहले शिक्षा प्राप्त करनी है, फिर ट्रेनिंग प्राप्त करनी है तो ये लंबी प्रक्रिया है। इसमें खर्च भी बहुत है, लेकिन बाद में इसके अच्छे परिणाम होंगे और दीर्घ काल तक उनसे फायदा होता रहेगा या उसकी उत्पादकता बढ़ती रहेंगी तो इस तरह से हम कह सकते हैं मानव पूंजी निर्माण एक लंबी प्रक्रिया होने के बावजूद इसके दीर्घकाल में परिणाम प्राप्त होते हैं। जो कि देश के उच्चतम विकास के लिए बहुत अधिक महत्त्व रखते हैं। Manav Punji Kya Hai
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मानव पुंजी निर्माण में शिक्षा की क्या भूमिका है | What is The Role of Education in Human Capital Formation?
शिक्षा पर खर्च करके यानि कैसे शिक्षा पर खर्च किया जा सकता है स्कूल की बिल्डिंग बनाकर, शिक्षकों की नियुक्ति करके, कर्मचारियों की नियुक्ति करके, आधारभूत संरचना या इन्फ्रास्ट्रक्चर देकर। शिक्षा पर इनफ्रास्ट्रक्चर से क्या मतलब है जैसे वहाँ पे प्रोजेक्टर लगाके, कंप्यूटर लगाके लैब बनाकर शिक्षा पर खर्च किया जा सकता है।
यह एक सामान्य सी बात है की जो व्यक्ति शिक्षित होगा उसके उत्पादकता अधिक होगी उस व्यक्ति से जो व्यक्ति अशिक्षित हैं। इसी तरह से कौशल अभिनवीकरण पर खर्च करके मानव पूंजी को बढ़ाया जा सकता है ।
मानव पुंजी निर्माण में स्वास्थ्य की क्या भूमिका है | What is The Role of Health in Human Capital Formation?
स्वास्थ्य पर व्यय करके किस तरह से मानव पूँजी निर्माण किया जाता है? स्वास्थ्य के सुविधा देने के लिए अस्पताल की बिल्डिंग, चिकित्सकों की नियुक्ति, मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति और आधारभूत संरचना इनफ्रास्ट्रक्चर का होना आवश्यक है।
इनफ्रास्ट्रक्चर से मतलब है वहाँ की अस्पताल की बिल्डिंग, साथ ही वहाँ जो उपकरणों की जरूरत होती है जैसे अल्ट्रासाउंड, एमआरआइ उससे क्या होगा की लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी लोगों का स्वास्थ्य अच्छा होगा तो उनकी उत्पादकता बढ़ेगी क्योंकि एक स्वस्थ्य व्यक्ति की उत्पादकता बीमार व्यक्ति की अपेक्षा कई गुना अधिक होती है तो इस तरह से स्वास्थ्य पर खर्च करके मानव पूंजी निर्माण किया जाता है। Manav Punji Kya Hai
मानव पूंजी के विभिन्न स्रोतों को समझिए | Explain the different sources of human capital:
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मानव पूंजी का निर्माण करने के लिए हम:-
- स्वास्थ्य पर खर्च कर सकते हैं– अच्छा स्वास्थ्य मानव पूंजी निर्माण में सबसे ज्यादा बड़ी भूमिका निभाता है क्योंकि एक सवस्थ व्यक्ति एक अस्वस्थ व्यक्ति की अपेक्षा एक बहुत ही महत्वपूर्ण और अहम मानव पूंजी का निर्माण करता है। उसके उत्पादकता भी अधिक होती है और आय में भी वृद्धि होती है और देश में प्रगति होती है।
- शिक्षा पर खर्च कर सकते हैं – शिक्षा पर खर्च करना मानव पूंजी निर्माण का एक सबसे बड़ा स्रोत है। जो किसी भी मानव की जीवन को प्रशिक्षण से भरपूर बनाता है। यह आए अर्जित करने में भी हमारी सहायता करता है। एक अच्छी शिक्षा प्रणाली में देश की आर्थिक व्यवस्था भी बढ़ती है।
- कौशल अभिनवीकरण पर खर्च करके मानव पूंजी निर्माण किया जाता है – ये देश का विकास होगा। नौकरी के साथ साथ प्रशिक्षण यानी कि ट्रेनिंग व्यक्ति के कार्य करने के कौशल को और अधिक अच्छा बनाती है। उसकी उत्पादन क्षमता को कार्यकुशलता को भी बहुत अधिक अच्छा करती है और विभिन्न आय के स्रोतों को सामान्य से अधिक अच्छा कर देती है, जिससे मानव पूंजी में वृद्धि होती है।
- सथनांतरण प्रवासन पर खर्च करके– यह मानव के कौशल पूर्ण मदद करता है । यह दो प्रकार का होता है- परिवहन पर खर्च और जीवन निर्वाह पर खर्च।
- संचार और सूचना पर खर्च करके- देश के विकास में इसका बहुत बड़ा योगदान है। इससे विभिन्न देशों के बारे में सूचना को इकट्ठा किया जाता है और नई तकनीक, प्रशिक्षण और कुशलता का विकास किया जाता है।
भारत में मानव पूँजी निर्माण की मुख्य समस्याएं क्या है | What Are The Main Problems of Human Capital Formation in India?
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अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल
1. मानव पूंजी के उदाहरण
जो व्यक्ति हमारे देश में उच्च स्थान प्राप्त करके अपनी योग्यता, अपने प्रशिक्षण के द्वारा हमारी भारत देश की आय को वृद्धि करने में जिनका सहयोग होगा वह हमारे मानव पूंजी कहलाते हैं जैसे की नर्स, डॉक्टर, शिक्षक, पायलट, सरकारी अधिकारी, पुलीस, आर्मी यह सब हमारे देश के मानव पूंजी है जो कि भौतिक पूंजी को चलाते हैं।
2. Manav Punji Kya Hai Class 11
जमीन को भौतिक संसाधनों में परिवर्तित कर देता है। जैसे कि कारखाने, हॉस्पिटल, कॉलेजों, स्कूल कुछ भी उसमें परिवर्तित कर देता है। उसी प्रकार वे अपने छात्र जैसे की, हमारे देश के जीतने भी स्टूडेंट है, वह छात्र जो है, मानव रूपी संसाधन है, जैसे की वो आगे चल के क्या बन सकते हैं, नर्स, किसान, अध्यापक, अभियंता, डॉक्टर कुछ भी बन सकते हैं।
इसमें से जीतने भी लोग ये उच्च पद प्राप्त करेंगे और हमारे जो देश की राष्ट्रीय आय हैं उसमें योगदान देंगे, उसको आगे बढ़ाएंगे, क्योंकि जितना ज्यादा इनकम वो लेंगे उतना ही ज्यादा टैक्स भी पे करेंगे। तो राष्ट्रीय में जो उनका योगदान ज्यादा होगा तो इस तरीके से वो हमारे देश की मानव पूंजी बन जाएंगे ।